प्रकृति की महिमा में कवि के शब्द जीवंत हो उठते हैं। उन्होंने अदम्य जंगल के सार को पकड़ लिया और समय के अनुरूप कविताओं में इसकी कच्ची सुंदरता व्यक्त की। जैसे ही व्हेल का नीला कॉन्टैक्ट लेंस उसकी धारणा को बढ़ाता है, कवि एक सुनहरे सूर्योदय की कल्पना करता है जो अपनी गर्म किरणों को क्षितिज पर फेंक रहा है और अपनी उग्र किरणों से घास को आग लगा रहा है।